11.8.11

कमीना

क्‍लासरूम का सीन देखकर
मुझे आ गया पसीना,
अध्‍यापक ने पूछा-
जिसके कोई कमी न हो
उसे क्‍या कहते हैं
छात्र बोला- कमीना।

23.4.10

हमारी बहादुरी के किस्‍से

दोस्‍तो,
हम बहादुर हैं,ये हम अपने बारे में जानते हैं, और दूसरे देश भी अपने बारे में ऐसा ही सोचते हैं।
परंतु क्‍या हमारा हर काम बहादुरी का ही होता है, हास्‍य का कवि इससे सहमत नहीं है। एक किस्‍सा देखें जब दस बारह साल पहले हमने पांच परमाणु बम धमाके किए थे।
जमीन हमारी थी,बम हमारे थे,फोड़े हमने थे और हम दुनियां भर में चिल्‍ला चिल्‍ला कर कह रहे थे कि हम बहादुर हैं। बहादुरी तब होती जब हम बम दुश्‍मन के आंगन में फोड़ते। उससे भी ज्‍यादा बहादुरी तब होती जब दुश्‍मन के ही बम उनके घर में जाकर फोड़ते। क्‍या आप इस हास्‍य कवि से सहमत नहीं हैं

31.3.10

जब कंप्‍यूटर में वायरस आ जाए

यदि आपके कंप्‍यूटर में वायरस आ जाए और वो इतना खतरनाक हो कि किसी भी एंटी वायरस से निकल न रहा हो तो एक घरेलू नुस्‍खा आजमाएं।
अपनी पत्‍नी का फोटो इसमें डालकर देखें। वैज्ञानिक इस बात से हैरान हैं कि ऐसा करते ही सब वायरस तुरंत गायब हो जाते हैं। मेरे एक मित्र ने इसे आजमाया तो चमत्‍कारिक प्रभाव देखने को मिला। कंप्‍यूटर से वायरस तो तुरंत गायब हो गया, पर कंप्‍यूटर कभी सरदर्द का बहाना बनाकर शांत पड़ा रहता तो कभी व्रत का बहाना बनाकर। पत्‍नी का फोटो कंप्‍यूटर से निकालने की सारी कोशिशें बेकार हो गईं तो इंजीनीयर को बुलाया गया। उसने बताया कि ये फोटो कंप्‍यूटर की स्‍क्रीन भी फाड़ सकती है। इसलिए इस नुस्‍खे को अपनाने से पहले अपना अच्‍छा बुरा सोच लें।

26.3.10

घटिया कवि सम्‍मेलन

रोते हुए बच्‍चे को गोद में उठाए,
पति पत्‍नी कवि सम्‍मेलन से बाहर आए,
हमने बीच में ही उठकर आने का कारण पूछा
तो गुस्‍से से चिल्‍लाए-
इतना घटिया कवि सम्‍मेलन था
कभी नहीं भुला पाएंगे,
क्‍या मालूम था, बारह कवि मिलकर
छ: महीने के बच्‍चे को नहीं सुला पाएंगे।

22.3.10

इश्‍कनामा

इस इश्‍क की दुनियांदारी में, हम ऐसे छले गए
वे आए, किस किया, मुंह धोया,और चले गए।

21.3.10

कंजूस की बेटी का स्‍वयंवर

सुनकर कंजूस व्‍यापारी राधेलाल का ऐलान,
सब लोग थे हैरान-
'जो भी धनुष तोड़कर
जीत लेगा मेरी बेटी को स्‍वयंवर में,
मैं दस लाख से शादी करूंगा
बेटी विदा कर दूंगा उसके घर में।'
उसको निकट से जानने वाले लोग
मुस्‍कुरा रहे थे धीमा धीमा,
वे जानते थे, राधेलाल ने
बारह लाख का करवा रखा था
धनुष का बीमा।

19.3.10

आशीर्वाद

पहले लोग बुजुर्गों के चरणों में
सर रखकर लेते थे आशीर्वाद,
ये सत्‍य है निर्विवाद।
जरा नजर डालिए आजकल के सपूतों पर,
सिर्फ अपना हैलमेट रख देते हैं
मां बाप के जूतों पर।
मां बाप भी हो गए हैं सयाने,
आशीर्वाद के लिए
हैलमेट पर रख देते हैं दस्‍ताने।

18.3.10

महिला आरक्षण

एक तिहाई महिला आरक्षण का
सार यही है,
घर के तीन कमरों में से
एक आपकी पत्नी का है
और दो आपके नहीं हैं।

17.3.10

कमीना

क्‍लासरूम का सीन देखकर
मुझे आ गया पसीना,
अध्‍यापक ने पूछा-
जिसके कोई कमी ना हो
उसे क्‍या कहते हैं
छात्र बोला- कमीना।